
चंदौली। एक जनपद एक उत्पाद के रूप में चयनित चंदौली की जरी-जरदोजी अब अमेजन व फ्लिपकार्ट पर जलवा बिखेरेंगी। उद्यम प्रोत्साहन केंद्र ने इसके लिए पहल की है। आनलाइन प्लेटफार्म पर बिक्री से स्थानीय कारीगरों की कारीगरी व हुनर को देश-विदेश में पहचान मिलेगी। इससे कारीगरों के दिन बहुरने की उम्मीद है।
जिले में जरी का काम करने वाले कारीगरों की अच्छी-खासी तादाद है। इसके चलते जरी-जरदोजी उत्पाद को एक जनपद एक उत्पाद के रूप में शामिल किया गया है। इसको बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में उद्यम प्रोत्साहन केंद्र ने आनलाइन शापिंग की नामी कंपनियों अमेजन व फ्लिपकार्ट पर इसकी बिक्री की प्रक्रिया शुरू करा दी है। इसके लिए दोनों कंपनियों में पंजीकरण भी करा दिया गया है। लोग आनलाइन बुकिंग पर घर बैठे जरी की खूबसूरत डिजाइन व अन्य उत्पाद खरीद सकते हैं।
आकर्षक वीडियो के जरिए कर रहे प्रचार-प्रसार
जरी उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए आकर्षक वीडियो बनाया गया है। इसके जरिए उत्पादों की गुणवत्ता, उसकी डिजाइन व खूबसूरती का बखान किया जा रहा है। साथ ही यह भी बताया जा रहा कि कारीगरों की महीनों की मेहनत के बाद जरी के उत्पाद तैयार होते हैं। विभागीय अधिकारियों को उम्मीद है कि उनकी यह पहल जरूर कारगर साबित होगी और जरी के काम में जुटे गरीब कारीगरों को इसका लाभ मिलेगा।
चार हजार से अधिक कारीगर
जिले में जरी का काम करने वाले कारीगरों की संख्या लगभग चार हजार है। कारीगर जरी से कपड़ों व अन्य वस्तुओं पर डिजाइन बनाते हैं। यहां तक कि भारतीय सेना के बैज आदि भी तैयार करते हैं। कारीगरों की कारीगरी व मेहनत का ज्यादा लाभ पहले बिचौलिए का काम करने वाली फर्मों को मिलता था। आनलाइन शापिंग प्रक्रिया शुरू होने से कारीगरों को सीधा लाभ मिलेगा।
कारीगरों को प्रशिक्षण देकर बनाते हैं हुनरमंद
उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा ने बताया कि जरी-जरदोजी को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है। कारीगरों को समय-समय पर प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाया जाता है। उन्हें टूल किट भी दिया जाता है। जरी-जरदोजी की औद्योगिक इकाई लगाने वाले उद्यमियों को बैंकों से सब्सिडी पर ऋण भी दिलाया जाता है।