
चंदौली। सैयदराजा क्षेत्र के काजीपुर निवासी सिंधु यादव ने हौसले से दिव्यांगता को हरा दिया। छठवें यूपी स्टेट पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दूसरा स्थान प्राप्त कर न सिर्फ परिवार का बल्कि जिले का नाम भी रोशन किया है। सिंधु यादव की उपलब्धि से प्रशिक्षक डा. भारत भूषण भी गौरवांवित हैं।
सिंधु के पिता ट्रैक्टर चालक
काजीपुर गांव निवासी सिंधु यादव के पिता रमाशंकर यादव ट्रैक्टर चालक हैं। जबकि माता धन्नी देवी गृहणी हैं। जन्म से ही दोनों पैर पोलियोग्रस्त हैं। दिव्यांगता और घोर गरीबी के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और एथलेटिक्स में संभावनाएं तलाशने में जुट गए। नेशनल इंटर कालेज सैयदराजा के खेल प्रशिक्षक डा. भारत भूषण ने इनके जीवन को नई दिशा दी और हुनर को तराशना शुरू किया। तमाम झंझावतों को झेलते हुए गाजियाबाद में आयोजित छठवीं यूपी स्टेट पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया और चक्का फेंक प्रतिस्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
गरीबी सबसे बड़ी बाधा
सिंधु यादव के लिए अभी भी गरीबी सबसे बड़ी बाधा के रूप में सामने आ रही है। कोच के अनुसार सुविधा और संसाधन नहीं होने के चलते सिंधु यादव कई प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग नहीं कर पाते। जितना संभव हो सकता है इनकी मदद की जाती है। अब सिंधु का लक्ष्य उड़ीसा में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पदक जीतना है, जिसके लिए पूरी शिद्दत से तैयारी कर रहे हैं।