
चंदौली। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने अपने फेसबुक पेज पर एक पन्ने की फोटो शेयर करते हुए इसे चंदौली पुलिस की वसूली लिस्ट बताया। उन्होंने उच्चाधिकारियों से कार्रवाई की मांग भी की है। लिस्ट मुगलसराय कोतवाली पुलिस की बताई जा रही है, जो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है। वायरल लिस्ट ने महकमे में भूचाल ला दिया है। पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों ने भी इसे संज्ञान में लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। बहरहाल एसपी चंदौली हेमंत कुटियाल ने एएसपी का मामले की जांच सौंपी है। साफ कहा है कि किसी भी प्रकार की वास्तविकता या सत्यता पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
तो यह है वायरल लिस्ट के पीछे की पूरी कहानी
एसपी चंदौली हेमंत कुटियाल ने पूर्वांचल टाइम्स से बातचीत में बताया कि प्रथम दृष्ट्या वायरल लिस्ट सत्यता के करीब नहीं नजर आ रही है। फिर भी मामला गंभीर है एएसपी को जांच सौंप दी गई है। पुलिस ने वायरल लिस्ट की जो कहानी बताई है उसके अनुसार लिस्ट को रेखा सिंह नाम के फेसबुक आईडी से पोस्ट किया गया है। लिस्ट को सौमित्र नाम के व्यक्ति ने तैयार किया है। सौमित्र मुखर्जी ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए वर्ष 2015 में थाना सिगरा वाराणसी स्थित एक व्यक्ति की जमीन पर दूसरे को कब्जा करा दिया था। उस समय वहां के थानाध्यक्ष शिवानंद मिश्र थे जो वर्तमान में प्रभारी निरीक्षक मुगलसराय हैं। वहीं रेखा चैहान नाम की महिला मैनाताली मुगलसराय की रहने वाली है। इनपर नगर पालिका की जमीन पर कब्जा करने का विवाद है। इस संबंध में मुगलसराय थाने में मुकदमा पंजीकृत है। आरोप है कि पुलिस द्वारा सहयोग नहीं करने पर प्रभारी निरीक्षक को सोशल मीडिया पर लिखने को ब्लैकमेल करती थीं। प्रभारी निरीक्षक ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
