
चंदौली। राशन वितरण में अनियमितता पर बरहनी ब्लाक के ओयरचक गांव की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को निलंबित कर दिया गया है। कार्डधारकों ने कोटेदार पर मिट्टी और कंकड़ मिलाकर गेहूं वितरण करने का आरोप लगाया था। कार्डधारकों के बयान के आधार पर कोटेदार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कार्डधारकों को समीप स्थित अरंगी के सस्ते गल्ले की दुकान से संबद्ध कर दिया गया है।
ओयरचक गांव के राशन कार्डधारकों ने आरोप लगाया था कि कोटेदार नीलम सिंह ने मिट्टी व कंकड़ मिला गेहूं बांट दिया। इसको लेकर उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी। मामला आपूर्ति विभाग के अधिकारियों तक पहुंचा तो आपूर्ति निरीक्षक नरेंद्र चौबे टीम के साथ ओयरचक गांव पहुंचे। उन्होंने कार्डधारकों के बयान दर्ज किए। इसमें कार्डधारकों ने मिट्टी व कंकड़ मिलाकर गेहूं बांटने का आरोप लगाया। इस दौरान सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान बंद मिली। वहीं कोटेदार भी अनुपस्थित रहीं। पूर्ति निरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के सामने प्रस्तुत की। इसके आधार पर डीएसओ डीपी सिंह ने सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान को निलंबित कर दिया। राशनकार्ड धारकों को अरंगी की दुकान से अटैच कर दिया गया है। कोटेदार को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है।