चंदौली। युवा संघर्ष मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हिंसा के बीच भारत-बांग्लादेश मैच के आयोजन का विरोध किया। इसको लेकर प्रधानमंत्री के नाम संबोधित पत्रक सौंपा। युवाओं ने भारत-बांग्लादेश के बीच होने वाले क्रिकेट मैच को तत्काल रद्द करने की मांग की।
संयोजक शैलेंद्र पांडेय एडवोकेट ने कहा कि बांग्लादेश में सैकड़ों हिंदुओं की हत्या और मंदिरों के विध्वंस की घटनाएं चिंताजनक हैं। आरक्षण आंदोलन के नाम पर हिंदुओं के खिलाफ हो रहीं घटनाओं की जितनी निंदा की जाए, कम है। भारत में जहां 80 फीसदी जनसंख्या हिंदुओं की है, वहां बांग्लादेश के साथ खेल का संबंध रखना अनुचित है। जब बांग्लादेश की मुखिया अपनी सुरक्षा के लिए देश छोड़ रही हैं, तो वहां हिंदुओं के प्रति हो रहे अत्याचार के बीच मैच का आयोजन दुर्भाग्यपूर्ण है। ज्ञापन देने वालों में सुरेंद्रकांत मिश्रा, माधव पांडे, कुलदीप चौहान, विमलेश पांडे, मोनू पाठक, रोहित तिवारी और ईश्वर चंद पांडे आदि शामिल थे।